तीसरी मंजिल तक उठी लपटों को बुझाते कर्मचारी। यहां से लगी आग।

 

सोमवार तड़के 4.30 बजे दानीपारा में स्थित मुरारी होटल की मैनुफैक्चरिंग यूनिट में भीषण आग लग गई। शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग को बड़ी मशक्कत के बाद बुझाई जा सकी। रिहायशी इलाके में घनी बस्ती के बीच स्थित भवन तक पहुंचने में दमकल कर्मियों को 25 मिनट लगे। यहां संकरी सड़क होने के कारण गाड़ियों का पहुंचना मुश्किल है। 200 मीटर की पाइपलाइन बिछाए जाने के बाद वहां पर आग बुझाई जा सकी। राहत की बात यह है कि यहां रखी मिठाई, खाद्य सामग्री जलकर खाक हो गई। सुबह हादसे के वक्त यहां कोई कर्मचारी नहीं था इसलिए जनहानि नहीं हुई।

होम गार्ड के पास पर्याप्त इंतजाम नहीं, पाइप लंबा करने पर पानी कम: होमगार्ड का कहना है कि जवानों के पास आग बुझाने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं है। 30-30 मीटर की पाइपलाइन उनके पास है, जो 12 नग है, 360 मीटर ही पाइपलाइन लगा करके पानी बुझा सकते है, लेकिन 100 मीटर से ज्यादा पाइप बिछाने के बाद पानी का फोर्स कम होने लगता है, ऐसे में आग बुझाने में परेशानी आती है।

गैस सिलेंडर नहीं, इलेक्ट्रिकल भट्‌ठी इसलिए आसपास नुकसान नहीं
रेस्टोरेंट संचालक पवन शर्मा ने बताया कि उनके गोदाम में 20 टिन तेल और घी रखा था। दिवाली के नजदीक होने के कारण बड़ी मात्रा में मिठाई और नमकीन तैयार कर रखे गए थे। शॉर्ट सर्किट से आग लगने के बाद घी और तेल की वजह से आग फैली और बुझाने में दिक्कत हुई। ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर पर सामान था। दूसरे तीसरे फ्लोर पर पैकिंग और दूसरे सामान थे। यह खाक हो गए।

यहां सुबह कोई कर्मचारी नहीं था। यहां ताला लगा था। आग लगने की सूचना सुबह 5 बजे मार्निंग वॉक करने वालों ने दी। इसके बाद संचालक और आसपास के लोगों ने दमकल के लिए फोन किया। सामान बनाने के लिए गैस का उपयोग नहीं हो रहा था। इलेक्ट्रिकल भट्‌ठी थी, इसलिए स्थिति भयावह नहीं हुई। गैस सिलेंडर होने से हादसा भयानक रूप ले सकता था।

हमने छोटी गाड़ी की मांग की है, लेकिन नहीं मिली
अभी हमारे पास चार बड़े दमकल वाहन है, जिसमें आग बुझाई जाती है। संकरी गलियों में ही इसे भेजा जाता है, हालांकि उसमें दिक्कत आती हैं। हमने छोटी फायर बिग्रेड की मांग की है, जो राज्य स्तर मिलना है। वह अभी नहीं मिल सकी है।
बी कुजूर, कमांडेंड, होम गार्ड