छत्तीसगढ़ का बिलासपुर कोलकाता के बाद ऐसा दूसरा शहर है, जहां नवरात्र पर्व पर पूरे शहर में दुर्गोत्सव की धूम रहती है। नवरात्र के छठवें दिन से यह उत्सव खास हो जाता है और इस दिन से ही चार दिन महा उत्सव शुरू होता है। शहर में जगह-जगह सजे आकर्षक पंडालों में कहीं पंचमी और कहीं सप्तमी तिथि को विशेष पूजा आराधना के साथ जगत जननी मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। इस बार शनिवार से ही शहर में उत्सव का माहौल नजर आने लगा है। कहीं वृंदावन थीम तो कहीं थ्री डी एलईडी और कोलकाता के अलग-अलग मॉडल और मुंबई की लाइटिंग से टेंट को सजाया गया है।

वैसे तो शारदीय नवरात्र भक्तिभाव से बीते 26 सितंबर से शुरू हो गया है। देवी मंदिरों के साथ ही शहर में जगह-जगह देवी प्रतिमा स्थापित कर लोग रोज विधि विधान से आदिशक्ति की पूजा अर्चना कर नवरात्र पर्व मना रहे हैं। कोरोना के दो साल बाद शहर में इस बार नवरात्र पर्व पर उत्साह और उमंग का माहौल है। बिलासपुर में नवरात्र पर्व की धूम है। यहां नवरात्र पर्व के आखिरी तीन दिन उत्साह और उमंग चरम पर नजर आता है। जगह-जगह तकरीबन 300 से अधिक पंडालों में दुर्गा मां की प्रतिमा स्थापित की गई है।

पंडाल में लाइटिंग का नजारा।
पंडाल में लाइटिंग का नजारा।

15 से 20 फीट की प्रतिमा और आकर्षक लाइटिंग
शहर की अधिकांश समितियां 15 से 20 फीट ऊंची देवी मां की प्रतिमा स्थापित कर सप्तमी तिथि से नवरात्र पर्व मनाते हैं। शहर के सभी पंडालों में सजावट का काम पूरा हो गया है और देवी मां की प्रतिमा पहुंच गई है। रेलवे परिक्षेत्र, हेमूनगर सहित शहर के मध्य नगरीय चौक, मसानगंज, गोलबाजार, सीएमडी चौक, गोड़पारा, जूना बिलासपुर, दयालबंद, कश्यप कॉलोनी की प्रतिमा को हर साल नया रूप दिया जाता है। इस बार भी यहां नए-नए थीम में पंडाल बनाकर मूर्तियां स्थापित की गई और आकर्षक लाइटिंग की गई है। शहर के लोग यहां की प्रतिमा देखने जरूर पहुंचते हैं।

मंदिर और मॉडल पर आधारित बनाए गए पंडाल।
मंदिर और मॉडल पर आधारित बनाए गए पंडाल।

कहीं पंडाल तो कहीं मूर्ति बने आकर्षण का केंद्र
इस बार मध्यम नगरीय में माता राधा के रूप में दुर्गा प्रतिमा स्थापित की गई है। वहीं पंडाल को वृंदावन की थीम पर सजाया गया है। इसी तरह मसानगंज में रोमन पैर्टन में देवी मां की प्रतिमा स्थापित की गई है। मां के घुंघराले बाल दर्शकों को खूब आकर्षित कर रहा है। यहां पंडाल को थ्री डी एलईडी से सजाया गया है। इसके साथ ही सीएमडी चौक में 1 लाख स्टोन व डायमंड से देवी माता की प्रतिमा बनाई गई है, और पंडाल के साथ ही मैदान को जोरदार सजाया गया है। कश्यप कॉलोनी में पुरातत्व की खुदाई से निकली माता की प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसे देखकर लोग आकर्षित हो रहे हैं।

जगह-जगह बने पंडाल श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है।
जगह-जगह बने पंडाल श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है।

कोलकाता पैटर्न के पंडाल
तारबाहर चौक से लेकर रेलवे परिक्षेत्र के साथ ही हेमूनगर, तोरवा थाना बंगाली स्कूल परिसर सहित अलग-अलग जगहों पर आकर्षक लाइटिंग के साथ कोलकाता पैटर्न पर पंडाल सजाए गए हैं। यहां पहाड़ी वाली माता पार्वती के साथ भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसे देखकर ऐसा लगा रहा है कि हिमालय की पहाड़ी से बर्फ गिर रहा है।

शहर की सड़कों में भी लाइटिंग की गई है।
शहर की सड़कों में भी लाइटिंग की गई है।

सप्तमी तिथि पर पदयात्रियों का रहेगी भीड़
कोरोना के दो साल बाद इस बार नवरात्र पर्व खास है। यही वजह है कि दो साल बाद रतनपुर में पदयात्रियों का जत्था पहुंचने वाला है। रतनपुर में हर साल सप्तमी तिथि पर हजारों पदयात्री देवी दर्शन करने पहुंचते हैं। इसके लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। माना जा रहा है कि कोरोना काल के बाद पहली बार पदयात्रियों की भीड़ उमड़ेगी। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने बिलासपुर-रतनपुर मार्ग में भारी वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया है।अलग-अलग संगठन के लोग पदयात्रियों के लिए स्टाल लगाकर उनके स्वागत की तैयारी कर रहे हैं।